सेंसेक्स ने पहली बार छुआ 80,000 का स्तर: बैंकिंग और ऑटो शेयर्स में तेजी


सेंसेक्स पहली बार 80 हजार के पार: बैंकिंग और ऑटो शेयर्स में तेजी, IT और एनर्जी शेयर्स में गिरावट
3 जुलाई को शेयर बाजार में एक ऐतिहासिक दिन साबित हुआ जब सेंसेक्स ने पहली बार 80,000 के स्तर को पार किया। कारोबार के दौरान सेंसेक्स ने 80,074 का उच्चतम स्तर छुआ, जबकि निफ्टी ने 24,307 के स्तर को प्राप्त किया। यह लगातार दूसरा दिन था जब बाजार ने ऑल टाइम हाई बनाया। फिलहाल, सेंसेक्स 500 अंक की तेजी के साथ 80,000 के स्तर पर कारोबार कर रहा है और निफ्टी में भी 150 अंकों से ज्यादा की तेजी दर्ज की गई है, जिससे यह 24,300 के स्तर पर पहुंच गया है।
बैंकिंग और ऑटो सेक्टर में तेजी
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 25 में तेजी और 5 में गिरावट देखने को मिल रही है। इस तेजी का मुख्य कारण बैंकिंग और ऑटो सेक्टर के शेयर्स में वृद्धि है। HDFC बैंक के शेयर में 3% की वृद्धि हुई है। बैंकिंग सेक्टर में इस तेजी का कारण वित्तीय सुधारों और सकारात्मक आर्थिक संकेतकों को माना जा सकता है। इसके साथ ही, ऑटो सेक्टर में भी मजबूत बिक्री आंकड़े और नए मॉडलों के लॉन्च के कारण तेजी देखी जा रही है।
मेटल सेक्टर में भी तेजी का माहौल बना हुआ है, जो वैश्विक मांग में वृद्धि और घरेलू उत्पादन में सुधार के कारण है। इस सेक्टर के प्रमुख शेयरों में अच्छा प्रदर्शन देखा जा रहा है, जिससे बाजार में सकारात्मकता बनी हुई है।
IT और एनर्जी शेयर्स में गिरावट
वहीं दूसरी ओर, IT और एनर्जी शेयर्स में गिरावट देखने को मिल रही है। IT सेक्टर में गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक बाजार में अनिश्चितता और कुछ प्रमुख कंपनियों के कमजोर नतीजे हो सकते हैं। इसी तरह, एनर्जी सेक्टर में भी कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और उत्पादन लागत में वृद्धि के कारण दबाव बना हुआ है। इन सेक्टरों की गिरावट के बावजूद, कुल मिलाकर बाजार में तेजी का माहौल बना हुआ है।
पिछले दिन भी बनाया था ऑल टाइम हाई
इससे पहले 2 जुलाई को भी बाजार ने ऑल टाइम हाई बनाया था। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने उच्चतम स्तर पर पहुंचकर निवेशकों को खुश किया था। विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में यह तेजी जारी रह सकती है, खासकर बैंकिंग और ऑटो सेक्टर के मजबूत प्रदर्शन के कारण।
भविष्य की संभावनाएं
विश्लेषकों के अनुसार, आने वाले दिनों में भी बाजार में सकारात्मकता बनी रह सकती है। आर्थिक सुधार, सरकार की नीतियों और कंपनियों के मजबूत नतीजों के कारण निवेशकों का विश्वास बना हुआ है। हालांकि, वैश्विक आर्थिक परिदृश्य और अन्य अनिश्चितताओं के कारण निवेशकों को सतर्क रहना होगा।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, 3 जुलाई का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ है। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने उच्चतम स्तर पर पहुंचकर निवेशकों को बड़ा मुनाफा दिलाया है। बैंकिंग, मेटल और ऑटो सेक्टर में तेजी के कारण बाजार में उत्साह का माहौल बना हुआ है। हालांकि, IT और एनर्जी सेक्टर में गिरावट ने थोड़ा दबाव जरूर बनाया है, लेकिन कुल मिलाकर बाजार में सकारात्मकता बनी हुई है। आने वाले दिनों में बाजार की दिशा पर सभी की नजरें टिकी होंगी।