राजनीति मेरेलिए नहीं... लोकसभा चुनाव से पहले TMC सांसद मिमी चक्रवर्ती नेदिया इस्तीफा, क्या है वजह?


राजनीति मेरेलिए नहीं... लोकसभा चुनाव से पहले TMC सांसद मिमी चक्रवर्ती नेदिया इस्तीफा, क्या है वजह?
टीएमसी सांसद मिमी चक्रवर्ती नेइस्तीफा दे दिया है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव मेंमिमी को जादवपुर सीट से जीत मिली थी। उन्होंनेअपना इस्तीफा ममता बनर्जी को सौंपा है।
तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद मिमी चक्रवर्ती नेगुरुगुवार को अपनेपद सेइस्तीफा दे दिया है। उन्होंने टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपना इस्तीफा सौंपा है। हालांकि, ममता नेअभी मिमी का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। जादवपुर सेसांसद मिमी का कहना हैकि स्थानीय तृणमूल नेतृत्व के साथ उनके मतभेद हैं।
तृणमूल सांसद मिमी चक्रवर्ती नेअपनेसांसद पद सेइस्तीफा देनेके बाद न्यूज एजेंसी एएनआई को कहा, "राजनीति मेरेलिए नहीं है, राजनीति पर अगर आप किसी की मदद कर रहेहैंतो आपको उसका प्रचार करना होता है। राजनीति के साथ-साथ मैंएक अभिनेता के रूप मेंभी कार्यकरती हूं, मेरा दायित्व दोनों तरफ एक समान बनता है, अगर कोई राजनीति मेंआता हैतो आप काम करेंया न करेंआपको भला-बुरा कहा जाता है।'' टीएमसी सांसद नेआगेकहा कि मुझेजो परेशानी हैउसेलेकर मैंनेममता बनर्जी सेबात की है। जिस पार्टी नेमुझेआगेआनेका मौका दिया मैंअपनेइस्तीफे की जानकारी उन्हेंपहलेदेना चाहती हूं। 2022 मेंभी मैंनेएक बार अपनेसांसद पद सेइस्तीफे को लेकर दीदी सेबात की थी, तब उन्होंनेइसेनामंजूर कर दिया था। दीदी जो कहेंगी उसके बाद मैंआगेकी प्रक्रिया को पूरा करूंगी।
साल 2019 के लोकसभा चुनाव मेंमिमी चक्रवर्ती को जादवपुर सीट सेजीत मिली थी। उन्होंने बीजेपी के अनुपम हाजरा को हराया था। वहीं, तीसरे नंबर पर सीपीआईएम के बिकेश रंजन भट्टाचार्यरहेथे। बता दें कि इसी महीने की शुरुआत में बंगाली फिल्म स्टार और तृणमूल कांग्रेस के सांसद दीपक अधिकारी नेभी अपनी पार्टी को झटका दिया था। उन्होंनेअपनेनिर्वाचन क्षेत्र की तीन समितियों से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद कयास लगाए जाने लगेकि क्या दो बार के सांसद पश्चिम मेदनीपुर जिले मेंअपनी सीट घाटल से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगेया नहीं। दीपक अधिकारी नेटॉलीवुड का बड़ा चेहरा हैं। उन्होंनेइस्तीफा देनेकी वजह तो नहीं बताई थी, लेकिन कहा जा रहा हैकि वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहतेऔर फिल्मी करियर पर ही ध्यान रखना चाहतेहैं। हालांकि, इसके अलावा, यह भी सामनेआया कि उनके निर्वाचन क्षेत्र मेंटीएमसी कार्यकर्ताओं और उनमेंकई मुद्दों को लेकर मतभेद भी था।