महेंद्र सिंह धोनी की राजनीतिक पहली कदम, BJP नेताओं से हुई मुलाकात

12/1/20231 min read

महेंद्र सिंह धोनी की राजनीतिक पहली कदम, BJP नेताओं से हुई मुलाकात

Ranchi: झारखंड के कुछ प्रमुख भाजपा नेताओं ने गुरुवार को रांची में भारतीय क्रिकेट के दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी से मुलाकात की है, जिससे राजनीति में उनकी शामिली की आशंकाएं बढ़ी हैं। यह मुलाकात रांची हवाई अड्डे पर हुई थी, और इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।

झारखंड के कुछ प्रमुख भाजपा नेताओं ने गुरुवार को रांची में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ मुलाकात की. यह मुलाकात रांची हवाईअड्डे पर हुई, जिसकी तस्वीरें सामने आने के बाद अटकलबाजियों का दौर शुरू हो गया है. एक फोटो में राज्यसभा सांसद और झारखंड प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष दीपक प्रकाश, रांची के विधायक और झारखंड विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष सीपी सिंह और कांके के भाजपा विधायक समरी लाल धोनी के साथ खड़े नजर आ रहे हैं

धोनी ने इस मुलाकात को लेकर किसी भी राजनीतिक पार्टी से जुड़ने की घोषणा नहीं की है, लेकिन इससे उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत की गुज़ारिश हो रही है। भाजपा के कुछ प्रमुख नेताओं के साथ हुई मुलाकात ने राजनीतिक दलों के बीच बहस को भी गहरा कर दिया है।

सूत्रों के मुताबिक, महेंद्र सिंह धोनी की इस मुलाकात के पीछे का कारण उनकी समर्थन की अटकलें बढ़ाने का भी हो सकता है। धोनी ने क्रिकेट के फील्ड में अपने दम पर भारत को अनगिनत जीत दिलाई हैं और उनकी लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए उन्हें राजनीतिक पारी में लाने की कोशिश हो सकती है।

इस मुलाकात के बाद भाजपा के कुछ नेता सोशल मीडिया पर धोनी के साथ हुई तस्वीरों को शेयर कर रहे हैं, जिससे यह साफ है कि राजनीतिक दल इस मुलाकात को गंभीरता से लेकर रह रहा है।

धोनी के वक्तव्य के बारे में अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं हुआ है, लेकिन इस मुलाकात की बातचीत में राजनीतिक दलों के बीच उत्साह बढ़ा है। इसमें धोनी ने राजनीतिक प्रवृत्तियों और देश के मुद्दों पर अपने दृष्टिकोण साझा करने का संकेत दिया है।

यहां तक कि कुछ लोग इसे धोनी की राजनीतिक पारी की शुरुआत के रूप में देख रहे हैं, जो क्रिकेट के मैदान में जूझने के बाद उनके नए और रोमांटिक टूर्न की शुरुआत को दर्शाता है।

यह समझना मुश्किल है कि धोनी राजनीति में उतरेंगे या नहीं, लेकिन इस मुलाकात ने उनके चारित्रिक बैकग्राउंड को देखते हुए राजनीतिक दलों में उत्साह पैदा किया है।