संदेशखाली की महिलाएं क्यों हुईं भावुक, PM ने 'एक पिता की तरह' सुना उनका दर्द

3/6/20241 min read

बारासात (पश्चिम बंगाल). प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को संदेशखाली की महिलाओं के एक समूह से मुलाकात की, जहां तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेताओं के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगे हैं. टीएमसी के निलंबित नेता शाहजहां शेख और उसके समर्थकों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिलाओं ने प्रधानमंत्री से मुलाकात पर प्रसन्नता जतायी और कहा कि उन्होंने उनसे यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि संदेशखाली की महिलाओं को न्याय मिले.

पीएम मोदी ने उत्तर 24 परगना जिले के बारासात में एक जनसभा के बाद इन महिलाओं से मुलाकात की. संदेशखाली इसी जिले में स्थित है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई की महासचिव अग्निमित्रा पॉल ने फोन पर पीटीआई को बताया, “जनसभा के बाद, प्रधानमंत्री ने संदेशखाली की कुछ महिलाओं से मुलाकात की. महिलाओं ने उन पर हुए अत्याचारों के बारे में बताया.”

भाजपा सूत्रों ने कहा कि महिलाएं प्रधानमंत्री को आपबीती सुनाते समय भावुक हो गईं और प्रधानमंत्री ने ‘एक पिता की तरह’ धैर्यपूर्वक उनकी बात सुनीं. बाद में संदेशखाली की एक महिला ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने उन्हें धैर्यपूर्वक सुना और महिलाओं ने उनसे न्याय मांगा.

एक महिला प्रदर्शनकारी ने कहा, “हमने उनसे यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि हमें न्याय मिले क्योंकि हमें राज्य प्रशासन पर भरोसा नहीं है. प्रधानमंत्री ने अपने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद हमें धैर्यपूर्वक सुना. हमने उन्हें अपनी आपबीती सुनायी. हमें उम्मीद है कि हमें न्याय मिलेगा.” उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि में तृणमूल कांग्रेस के निलंबित नेता शाहजहां शेख और उसके साथियों पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने के आरोप हैं.

पीएम मोदी ने बुधवार को महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मुद्दे पर टीएमसी की आलोचना की और कहा कि ‘संदेशखाली का ज्वार’ पूरे पश्चिम बंगाल में पहुंचेगा. उन्होंने दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में ‘नारी शक्ति’ टीएमसी को खत्म कर देगी. बारासात में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाओं की निंदा की और कहा, ‘संदेशखाली में महिलाओं के साथ जो कुछ भी हुआ, वह शर्म की बात है.’