रात होते ही गुंडे-बदमाशों की दादागिरी, शराब को लेकर करते हैं गुंडागर्दी-चाकूबाजी


Raipur :रात होते ही शहर में मुफ्त में शराब पीने वाले गुंडे-बदमाश सक्रिय हो जाते हैं। जगह-जगह अड्डा बनाकर बैठे रहते हैं।
रात होते ही शहर में मुफ्त में शराब पीने वाले गुंडे-बदमाश सक्रिय हो जाते हैं। जगह-जगह अड्डा बनाकर बैठे रहते हैं। इस दौरान कोई गुजरता है, तो शराब पीने के लिए पैसे मांगते हैं। पैसे नहीं देने पर उनसे मारपीट करते हैं और चाकू चलाते हैं। कई जगह तो किसी के घर के सामने या गली में बैठकर शराबखोरी करते हैं। कोई इसका विरोध करे, तो उस पर हमला करते हैं। शहर में ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इनमें से अधिकांश नए बदमाश हैं। नशे की पूर्ति के लिए वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
शहर में ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इनमें से अधिकांश नए बदमाश हैं। नशे की पूर्ति के लिए वारदात को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस का अभियान केवल लिस्टेड गुंडे-बदमाशों तक सीमित हैं। उन्हें पकड़कर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जा रही है, लेकिन चाकूबाजी और गुंडागर्दी करने वाले नए बदमाश हैं। इनमें से अधिकांश लोग नशेड़ी हैं। नशा करने के लिए पैसों की मांग करते हैं। शाम होते ही ग्रुप बनाकर निकलते हैं। इसके बाद देर रात तक घूमते रहते हैं। इस दौरान जो भी मिलता है, उनसे रकम की मांग करते हैं। कुछ लोग बदमाशों के भय में रकम दे भी देते हैं। किसी से शिकायत भी नहीं करते हैं।
नशेडि़यों की बढ़ रही संख्या: राजधानी में नशा करने वालों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। इसमें शराब के अलावा गांजा, गोली और अन्य मादक पदार्थ शामिल हैं। पुलिस हर दूसरे दिन गांजा तस्कर और शराब बेचने वालों को पकड़ रही है। इसके बावजूद मादक पदार्थों की खपत लगातार बढ़ रही है।
पुलिस लगातार चेकिंग अभियान चला रहा है। आदतन के साथ नए बदमाशों की भी पहचान की जा रही है। इनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। -लखन पटले, एएसपी-ईस्ट, रायपुर